The most valuable gift to human beings:Mind & heart

Human beings are not so capable as many other beings on the earth. Is this deliberate injustice to human beings by God? This question was raised in the last blog.Is our physical weakness is a curse or punishment in any sense?
My answer to this question is a huge NO. If we see this,we find that its not wrong to say that we are physically incapable yet we are the boss on the earth. What is special with us that gives us the upper-hand on all the aspects on the earth? How is it possible to have control on all the creatures on the earth? What does make us the most capable and strong creature?
human beings mind & heart

The secret of supermacy is our mind & heart:-

The answer to this question is our mind with unlimited possibilities and sensitive heart. All the living beings are gifted with these two organs but none of them has as potential as we have. If we live life only based on physical need & drives, we are very close to animal-life. Even some animals are in better position in terms of physical health and physical abilities. But when we choose to live the life based on mind and heart,we become unique and no one can match the greatness and quality of our life.

What difference is created by mind & heart?

Mind


Human beings have made it possible to fly without wings, they have acquired so much power and strength that the whole world may be destroyed by just a switch of button. Human beings can climb on the highest peak of the world and they can live under water for months, they have reached on the moon and everything is within their reach by the use of their mind & intelligence. God has not given them wings on their body but He has installed all the abilities in their mind and heart. Its purely his/her decision and choice to activate these in-built abilities. Its upto human beings that how they choose their limits that are really unlimited.

Heart


The sensitivity of human heart has created the world that is next to the heaven. They have developed the institutions like family-society and nation. By love, co-operation and kindness, they have made this world very beautiful place to live.Although mentally and emotionally un-developed and semi-developed people try to disturb the peace and harmony in the society.
human being
human being

The works of mind & heart are for the whole mankind

A person who lives at the level of mind and heart, he/she goes beyond the limits of gender,caste,creed,and nationalities.Gender differences are limited to only body.Modus Operandi (way of functioning) of mind and heart is the same in every corner of the world and in all times.Someone discoveres something in the field of medical, that discovery is used in the benefits for the whole mankind.In the same way any advancement in any field can be used.It means the area of mind and heart is vast which encircles the whole world into its circle.

Greats are for everyone

Scientists, philosophers, world-fame writers and big entrepreneurs are for the whole world.The whole world gets benefited by their works.For example, the principles of Albert Einstein’s ‘Theory of relativity’were not limited to only Europe but the whole world was the beneficiary of that discovery.In the same way, some one person invented mobile phone but now the people of whole world are using it.
human beings mind & heart
Its now quite clear that the works and abilities of body are limited while the works and abilities of mind are unlimited.

मनुष्य के लिए सबसे मूल्यवान उपहार: दिमाग और दिल

मनुष्य पृथ्वी पर अन्य प्राणियों जितना सक्षम नहीं है। क्या यह ईश्वर द्वारा मनुष्यों के प्रति जानबूझकर किया गया अन्याय है? यह सवाल पिछले ब्लॉग में उठाया गया था। क्या हमारी शारीरिक कमजोरी किसी भी मायने में अभिशाप या सजा है?
इस प्रश्न पर मेरा उत्तर बहुत बड़ा ‘नहीं’ है। यदि हम इसे देखें तो पाते हैं कि यह कहना गलत नहीं है कि हम शारीरिक रूप से अक्षम हैं फिर भी हम धरती पर मालिक हैं। हमारे अंदर ऐसा क्या खास है जो हमें पृथ्वी के सभी पहलुओं पर बढ़त देता है? पृथ्वी पर सभी प्राणियों पर मनुष्य का नियंत्रण कैसे संभव हो सका है? कौन सी चीज़ हमें सबसे सक्षम और मजबूत प्राणी बनाती है?

सर्वोच्चता का रहस्य हमारा मस्तिष्क और हृदय है:-

इस प्रश्न का उत्तर असीमित संभावनाओं वाला हमारा मस्तिष्क और संवेदनशील हृदय है। सभी जीवित प्राणियों को ये दो अंग उपहार में मिले हैं, लेकिन उनमें से किसी में भी हमारी जितनी क्षमता नहीं है। यदि हम केवल भौतिक आवश्यकताओं और चाहतों के आधार पर जीवन जीते हैं, तो हम पशु-जीवन के बहुत करीब हैं। यहां तक कि कुछ जानवर शारीरिक स्वास्थ्य और शारीरिक क्षमताओं के मामले में भी बेहतर स्थिति में हैं। लेकिन जब हम दिल और दिमाग के आधार पर जीवन जीना चुनते हैं, तो हम अद्वितीय हो जाते हैं और कोई भी हमारे जीवन की महानता और गुणवत्ता की बराबरी नहीं कर सकता।

दिमाग और दिल से क्या फर्क पैदा होता है?

दिमाग

मनुष्य ने बिना पंखों के उड़ना संभव बना लिया है, उसने इतनी शक्ति और ताकत हासिल कर ली है कि बटन के एक स्विच से पूरी दुनिया नष्ट हो सकती है। मनुष्य दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ सकता है और महीनों तक पानी के नीचे रह सकता है, वह चंद्रमा पर पहुंच गया है और अपने दिमाग और बुद्धि के उपयोग से सब कुछ उसकी पहुंच में है। भगवान ने उनके शरीर पर पंख नहीं दिये हैं बल्कि उनके दिल और दिमाग में सारी क्षमताएं स्थापित कर दी हैं। इन अंतर्निहित क्षमताओं को सक्रिय करना पूरी तरह से उसका निर्णय और पसंद है। यह मनुष्य पर निर्भर है कि वह अपनी सीमाएं कैसे चुनता है जो वास्तव में असीमित हैं।

दिल


मानव हृदय की संवेदनशीलता ने स्वर्ग के समान आनंदपूर्ण संसार का निर्माण किया है। उन्होंने परिवार-समाज और राष्ट्र जैसी संस्थाओं का विकास किया है। प्यार, सहयोग और दया से उन्होंने इस दुनिया को रहने के लिए बहुत खूबसूरत जगह बना लिया है। हालाँकि मानसिक और भावनात्मक रूप से अविकसित और अर्ध-विकसित लोग समाज में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करते रहते हैं।
human beings mind & heart

दिमाग और हृदय के कार्य संपूर्ण मानव जाति के लिए हैं

एक व्यक्ति जो मन और हृदय के स्तर पर रहता है, वह लिंग, जाति, पंथ और राष्ट्रीयता की सीमाओं से परे चला जाता है। लिंग भेद केवल शरीर तक ही सीमित है। मस्तिष्क और हृदय की कार्यप्रणाली (कार्य करने का तरीका) ही है दुनिया के हर कोने में और हर समय में एक जैसा। चिकित्सा के क्षेत्र में कोई कुछ खोज करता है तो उस खोज का उपयोग पूरी मानव जाति के हित में किया जाता है। उसी प्रकार किसी भी क्षेत्र में की गई प्रगति का उपयोग किया जा सकता है। इसका मतलब है कि मन और हृदय का दायरा विशाल है जो पूरे विश्व को अपने घेरे में ले लेता है।

महान लोग सभी के हैं

human being
human being
वैज्ञानिक, दार्शनिक, विश्व-प्रसिद्ध लेखक और बड़े-बड़े उद्यमी पूरी दुनिया के लिए हैं। उनके कार्यों से पूरी दुनिया लाभान्वित होती है। उदाहरण के लिए, अल्बर्ट आइंस्टीन के ‘सापेक्षता के सिद्धांत’ के सिद्धांत केवल यूरोप तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि पूरी दुनिया के लिए थे। उसी तरह, किसी एक व्यक्ति ने मोबाइल फोन का आविष्कार किया लेकिन अब इसका उपयोग पूरी दुनिया के लोग कर रहे हैं।
अब यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि शरीर के कार्य और क्षमताएँ सीमित हैं जबकि मन के कार्य और क्षमताएँ असीमित हैं।

11 thoughts on “The most valuable gift to human beings:Mind & heart”

  1. 🙏👍
    अपनी क्षमताओं को ज्यादा से ज्यादा एक्टिवेट कैसे
    करे

    Reply

Leave a Comment