Artificial Intelligence v/s Human Intelligence

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बनाम वास्तविक मानव बुद्धि

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने वाले समय में हमारे दैनिक जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही है। यह निश्चित रूप से मनुष्य की जीवन शैली को बेहतर बनाने के लिए उपयोगी सिध्द होगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से जीवन आसान और आरामदायक हो जाएगा। बहुत सारे काम न्यूनतम प्रयासों से और कुछ ही समय में संभव हो सकेंगे। औसत बुद्धि वाले व्यक्ति के द्वारा भी जटिल कार्यों को पूरा करना आसान हो सकेगा। नए कौशल सीखना, व्यक्तिगत क्षमताओं के क्षितिज को व्यापक बनाना और कार्य क्षमता को बढ़ाना संभव होगा। अब प्रश्न सवाल ये उठता है कि क्या “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” (AI) इंसान की जगह ले लेगी?

इस सवाल का जवाब बहुत बड़ा ,”नहीं” है। एआई से बेहतर प्रदर्शन और बढ़ी हुई क्षमताओं के बावजूद, एआई को मानवीय बुद्धिमत्ता से बदलना कभी भी संभव नहीं होगा। एआई चूकिं मानव बुद्धि का ही परिणाम है, इसलिए यह कभी भी मनुष्य की वास्तविक बुद्धिमत्ता को मात नहीं दे सकती है। एआई इसके(मानवीय बुद्धि) लिए एक बेहतर विकल्प तो हो सकता है किन्तु बराबरी कभी सम्भव नही हो सकेगी। बार-बार की जाने वाले काम और पूर्व-परिभाषित/पूर्व-निश्चित परिस्थितियों में तो पूरी तरह से कारगर होगी, लेकिन जब इसका सामना एक अनोखी और नई स्थिति से होगा तो यह किसी काम की नहीं रह जाएगी।

Artificial Intelligence Human Intelligence

चूँकि AI मनुष्य द्वारा विकसित किया गया है, इसलिए यह कभी भी उस बुद्धि से बेहतर नहीं हो सकता जिसने इसे विकसित किया है। मनुष्य ईश्वर की रचना है जबकि AI मनुष्य की रचना है। एक मनुष्य हमेशा असीमित संभावनाओं से भरा होता है जबकि AI हमेशा उन क्षेत्रों तक सीमित होता है जो मनुष्य द्वारा परिभाषित होते हैं। जीवन एक जटिल घटना है, यह नित नई परिस्थितियाँ और अद्वितीय परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करता है। एआई मनुष्य के सहयोग के बिना खुद को बेहतर नहीं बना सकता है जबकि मनुष्य हमेशा एक पेड़ की तरह बढ़ता रहता है|AI में किसी भी प्रकार का विकास और परिवर्तन मनुष्य के माध्यम से आएगा। एआई स्वचालित रूप से विकसित या परिवर्तित नहीं हो सकता है। इसके निष्पादन और विकास के लिए इसे हमेशा मनुष्य की आवश्यकता होगी।

मुझे लगता है कि हमें निश्चिंत होना चाहिए कि एआई इंसानों के लिए किसी भी प्रकार से खतरा नहीं है। यह हमें बेहतर और आरामदायक जीवन जीने में मदद करेगा। यह बहुत सारे काम कुछ ही समय में पूरा कर देगा और हमारे जीवन को ज्यादा पूर्ण और समृद्ध बना देगा। ऐसा नहीं है एआई से इंसानों को खतरा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की इंसान को हमेशा जरूरत रहेगी, यह हम पर निर्भर है।

केवल एक ही खतरा है जो बेरोजगारी का है। लेकिन यह स्पष्ट है कि रोजगार के प्रकार हमेशा परिवर्तन की प्रक्रिया में रहते हैं। समय के साथ रोजगार के प्रकार बदलते रहते हैं। एक प्रकार का रोजगार गायब हो जाता है, दूसरे प्रकार के रोजगार सामने आते हैं इसलिए AI से भयभीत होने की कोई जरूरत नहीं है। एआई हमेशा मानव बुद्धि के सामने गौण रहेगा। ध्यान रखें, प्लास्टिक का गुलाब सुंदर, टिकाऊ, बड़ा और बेहतर कृत्रिम सुगंध वाला हो सकता है, लेकिन यह उस असली गुलाब से मेल नहीं खा सकता जो एक पेड़ की शाखा पर खिलता है।

Artificial Intelligence Human Intelligence

Artificial Intelligence v/s Human Intelligence

Artificial Intelligence is going to play a crucial role in our daily life in coming times. It will surely affect the life-style of human beings for betterment. The life will become easy and comfortable by the use of artificial intelligence.A lot of work will be possible in no time with the minimum efforts. It will be easier to accomplish even complex works by a person of mediocre intelligence. It will be possible to learn new skills, widen the horizon of personal abilities and enhance the work capacity. Now the question arises, will “Artificial Intelligence”(AI) will replace a human being?

The answer to this question is a huge, “No”. Despite of better performance and enhanced abilities of AI, it will be never possible to replace AI with Human Intelligence. AI is the result of human intelligence so it can never over-take the real intelligence that belongs to human beings. AI may be better option for repeated actions and pre-defined/pre-decided situations but it will become of no use when it comes face to face with a complete unique and new situation.

Artificial Intelligence Human Intelligence

Since AI is developed by human beings,so it can never be superior to the intelligence that has developed it.Human being is the creation of God while AI is the creation of human being.A human being is always full with limitless possibilities while AI is always limited to the areas that are defined by human beings.Life is a complex phenomenon, it presents new situations and unique perspective daily.AI can’t improve itself without the support of a human being while a human being is always growing like a tree.The growth and change of any type will come through human beings.AI can’t grow or change itself automatically.It will always need human beings for its execution and development.

I think we must be rest assured that AI is not a threat to human beings.It will help us in living a better and comfortable life.It will accomplish a lot of work in no time and make our life fuller and richer.There is no threat to human beings from AI.Artificial Intelligence will always in need of a human being,it is dependent on us.

There is only one threat that is of unemployment.But it s clear that the types of employment are always in process of change.Types of employment change with time.One type of employment disappeares, the other types of employment emerge so there is no need to worry with AI role in our life.AI will be always secondary to the human intelligence.Keep in mind, plastic rose may be beautiful, durable, big and with better artificial aroma but it can’t match a real rose that blooms on a branch

7 thoughts on “Artificial Intelligence v/s Human Intelligence”

  1. I must say, this is one of the best posts I’ve read on this topic. Your attention to detail and the thorough research is evident. It’s refreshing to see such well-thought-out content. Thanks for making a valuable contribution to the discussion!

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