2024 Lok Sabha elections : लोकसभा चुनाव और संभावित परिणाम

2024 Lok Sabha elections औऱ सम्भावित परिणाम

2024 Lok Sabha elections
देश के इतिहास में सबसे लंबे समय तक 7 चरणों में हुए इस लोकसभा चुनाव के छह चरण पूरे हो चुके है औऱ अंतिम सातवां चरण 1 जून को होगा| अब देश की लोगों की दिलचस्पी इस बात में है कि इन लोकसभा चुनावों के परिणाम क्या रहेंगे? मौजूदा सत्ताधारी गठबंधन NDA ने चुनाव पूर्व चार सौ पार का नारा दिया था वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया ने वापसी का दावा किया था|

पिछले ट्रेंड

2004 और 2009 में UPA गठबंधन की सरकार थी जिसके खिलाफ बाबा रामदेव और अन्ना हज़ारे ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जबरदस्त आन्दोलन किया था जिसका परिणाम ये हुआ कि BJP की राह आसान हो गयी थी|

2014 का चुनाव

2014 में भ्रष्टाचार और महंगाई को प्रमुख मुद्दा बनाकर नरेंद्र मोदी ने BJP को अपने दम पर बहुमत लाकर वापसी करवा दी| ये एक प्रकार से मोदी की लहर का चुनाव था| जिसमें अच्छे दिनों का वादा,भ्रष्टाचार पर लगाम,15 लाख प्रति व्यक्ति को मिलने का शोर और महंगाई पर नियंत्रण के दावों में जनता ने यकीन कर लिया|

2019 का चुनाव

2019 के चुनावों से ठीक पहले पुलवामा में हुआ आतंकी हमला औऱ उसके जवाब में की गई बालाकोट एयर स्ट्राइक ने देश मे जबरदस्त राष्ट्रवाद का ज्वार पैदा कर दिया था| घर में घुसकर मारने के नैरेटिव के सामने विपक्ष बुरी तरह से पस्त हो गया औऱ BJP को 2014 से ज्यादा सीटें मिली|
2024 Lok Sabha elections

2024 के चुनाव के मुद्दे

चुनाव शुरू होने से पूर्व ऐसा अनुमान था कि इस चुनाव में राम-मंदिर का निर्माण, कश्मीर से धारा 370 का हटना और CAA का मुद्दा सबसे बड़े इशू होंगे किन्तु देश के लेवल पर ऐसा देखने को नही मिला|
NDA ने 400 पार का नारा दिया किन्तु वह अबकी बार किसी एक मुद्दे को राष्ट्रीय स्वरूप देने में सक्षम नही हुआ| जबकि विपक्ष ने संविधान बदलने और आरक्षण को हटाने के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर बहुत जोर-शोर से उठाया|

निर्णायक राज्य

सत्ताधारी गठबंधन में नारा तो 400 पार का दिया है किंतु 4-5 राज्य ऐसे है जहां उन्हें कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है|

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र की 48 सीटों में से पिछले बार NDA के पास 42 सीटें थी किन्तु इस बार वहां शिवसेना औऱ NCP के दो-दो फाड़ हो गयी| ऐसे में सहानुभूति वोट उद्धव ठाकरे और शरद पंवार की ओर शिफ्ट हो जाता है तो पिछले प्रदर्शन को दोहराया जाना आसान नही होगा|

बिहार

बिहार की 40 सीटों में से पिछले बार NDA के पास 39 सीटे थी किन्तु इस बार उनके साथी नीतीश कुमार में इतनी पलटियां मारी है कि उनकी अब पहले जैसे छवि नही है| तेजस्वी औऱ कांग्रेस के साथ ने NDA को पिछले प्रदर्शन को दोहराने में कड़ी चुनौती पेश कर रखी है|

उत्तरप्रदेश

बहुमत के नजरिए से सबसे खास राज्य उत्तरप्रदेश में कुल 80 सीटें है जिनमें से पिछले बार 62 सीटें NDA के पास थी किन्तु इस बार सपा औऱ कांग्रेस के गठबंधन ने कई सीटों पर मुकाबले को रोमांचक बनाया हुआ है|

कर्नाटक

कर्नाटक की 28 सीटों में से पिछले बार NDA के पास 25 सीटें थी किन्तु इस बार वहां कांग्रेस की सरकार है और वो अच्छा काम कर रही है| ऐसे में उस 25 वाले प्रदर्शन को दोहराया जाना आसान नही होगा|

हरियाणा-दिल्ली-राजस्थान

ये वे तीन राज्य है जहाँ की कुल 42 की 42 सीटें NDA के पास थी किन्तु इस बार किसान आंदोलन औऱ स्थानीय नेताओं के फेरबदल से हवा बदली हुई नजर आ रही है |ऐसे में यहाँ शत प्रतिशत का स्ट्राइक रेट देना आसान नहीं होगा|

अंतिम आँकलन

इन छह-सात राज्यों में NDA गठबंधन को नुकसान होता नजर आ रहा है किंतु NDA का दावा है कि वह अबकी बार उड़ीसा-बंगाल औऱ दक्षिण भारत के राज्यो से इसकी भरपाई कर लेंगे| ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि NDA कितना नुकसान उठता है और कितनी भरपाई कर पाता है?

1 thought on “2024 Lok Sabha elections : लोकसभा चुनाव और संभावित परिणाम”

Leave a Comment