भ्रष्टाचार v/s लोकतंत्र की रक्षा

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आम चुनाव के मुहाने पर खड़े देश में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष की दो बड़ी रैलियों ने लगता है चुनाव की पिच तैयार कर दी है| इस समय BJP के नेतृत्व NDA गठबंधन तीसरी बार सत्ता पर वापसी के प्रयास में लगा है वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन अपने 10 साल के सूखे को खत्म करने की जुगत में लगा है|

भ्रष्टाचार v/s लोकतंत्र की रक्षा

बड़ी रैलियां

आज हुई दो बड़ी मैराथन रैलियों ने देश के राजनीतिक मिजाज को एक दिशा दे दी है| दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई इंडिया गठबंधन की रैली में सभी विपक्षी दलों ने देश के लोगो से आह्वान किया कि ये चुनाव देश में लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है जबकि मोदी ने मेरठ के रैली में देश से भ्रष्टाचार को मिटाने की हुंकार भरी| विपक्ष एक ओर सरकार की कार्यवाही को लोकतंत्र पर प्रहार के तौर पर पेश करना चाहता है वहीं सत्ता पक्ष विपक्षी नेताओं पर हुई कार्यवाही को भ्रष्टाचार पर वार के तौर पर पेश करना चाहता है|

ऐसे में ये पूरी तरह से स्पष्ट हो चुका है कि देश में चुनाव अब इन दो प्रमुख मुद्दों के इर्द-गिर्द ही लड़ा जायेगा| अब देखने वाली बात ये होगी कि देश की जनता को किसका नैरेटिव समझ आता है|

ऐसा देश मे पहली बार हुआ है और शायद ये दुनिया मे पहला उदाहरण हो जहाँ सत्ता पक्ष विपक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा है और न केवल आरोप बल्कि उसे घेर कर जेल में अंदर भी डालने के प्रयासों में लगा हुआ है अन्यथा सामान्यतः होता ये है कि विपक्ष सत्ता पक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर उसे घेरने का प्रयास करता है| ऐसे में ये लड़ाई बहुत ही दिलचस्प हो गयी है कि विपक्ष इस हमले को किस तरह से जनता के बीच लेकर जाता है| इस सब में सबसे अच्छी बात ये हुई है कि पहले के चुनाव व्यक्तित्व(चेहरों) पर लड़े गए थे जबकि अबके बार का चुनाव मुद्दों पर लड़ा जा रहा है|

महंगाई-बेरोजगारी और विकास से बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार और लोकतंत्र पर वार होने वाला है|

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